5G Technology: भारत ने 5 जी कॉल का बुधवार को सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया. आईआईटी मद्रास में यह परीक्षण किया गया. इस अवसर पर मौजूद केंद्रीय संचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 5 जी वॉइस और वीडियो कॉल की. भारत की इस स्वदेशी 5G तकनीक को तकनीक के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर बड़ा कदम माना जा रहा है.
मद्रास आईआईटी के युवा इंजीनियरों ने अश्विनी वैष्णव को 5G की विभिन्न उप-प्रणालियों के डिजाइन के बारे में बताया, सभी को स्वदेशी रूप से डिजाइन और विकसित किया गया है. अगले कुछ महीनों में, यह डिज़ाइन और ‘मेड इन इंडिया’ सॉल्यूशन स्थानीय से वैश्विक तक जाने की क्षमता रखता है, यह स्वदेशी और सुरक्षित रूप से भारत की जरूरतों को भी पूरा करेगा.
Aatmanirbhar 5G 🇮🇳
Successfully tested 5G call at IIT Madras. Entire end to end network is designed and developed in India. pic.twitter.com/FGdzkD4LN0
— Ashwini Vaishnaw (@AshwiniVaishnaw) May 19, 2022
‘यह प्रधानमंत्री का विजन है’
इस मौके पर अश्विनी वैष्णव ने यंग इंडिया द्वारा विकसित जटिल प्रणालियों और टेलीकॉम स्पेस में भारत को ग्लोबल मैप पर लाने के लिए खुशी जाहिर की. केंद्रीय मंत्री ने कहा, “यह प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण और विजन है कि हम अपना 4जी, 5जी टेक्नोलॉजी स्टैक भारत में विकसित कर पा रहे हैं, ‘मेड इन इंडिया’ और ‘मेड इन द वर्ल्ड’ तकनीक के साथ हमें इस पूरी टेक्नोलॉजी स्टैक के साथ दुनिया जीतनी है.”
इससे पहले केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को कहा कि इस वर्ष सितंबर-अक्टूबर तक भारत का खुद का 5जी ढांचा तैयार हो जाएगा. भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) की तरफ से आयोजित एक कार्यक्रम में वैष्णव ने कहा कि भारत का स्वदेशी दूरसंचार ढांचा ‘बड़ी आधारभूत प्रौद्योगिकी प्रगति’ का दर्शाता है.
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